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Friday 14 June 2019

Historical facts of Haryana In Hindi

    Historical facts of Haryana :

This article gives information about the history of Haryana that what is the history of Haryana


Hssc GK Power

                        

                         Historical facts of Haryana


  1. हरियाणा का वैदिक काल से ही गौरवपूर्ण इतिहास रहा है I भरतवंश के शासकों ने यहां पर शासन किया I 
  2. हरियाणा के कुरुक्षेत्र में कौरवों और पांडवों के मध्य प्रसिद्ध युद्ध हुआ था
  3. मध्यकाल में यह दिल्ली सल्तनत व मुगल सता के अधीन रहा
  4. 1857 के विद्रोह की असफलता के बाद अंग्रेजों न बहादुरगढ़,झज्जर,बल्लभगढ़ के नवाबों और राजाओं को हटा दिया I तथा हरियाणा को पंजाब का हिस्सा बना दिया  I    
   


  •     जैन सांस्कृतिक रचनाओं भद्रबाहु चरित्र  तथा कथाकोश पहली  से तीसरी सदी तक  के  सांस्कृतिक जीवन का पता चलता है I
  •        बौद्ध ग्रंथ दिव्यावदान में रोहतक तथा अग्रोहा का उल्लेख मिलता है I
  •     वामन पुराण में हरियाणा में प्रवाहित होने वाली नदियों वन क्षेत्रों का वर्णन मिलता है I
  •       टोपरा से प्राप्त अशोक स्तंभ जिस पर 7 अभिलेख अंकित हैं I
  •       सोनीपत  से हर्ष कालीन तांबे के मुद्रांक प्राप्त हुए हैI  जिससे पुष्यभूति वंश के  राजाओं का परिचय मिलता है I
  •       9 वीं सदी में भोजदेव के पिहोवा अभिलेख से हरियाणा के बारे में जानकारी प्राप्त होती है I
  •       लाडनुं से प्राप्त एक अभिलेख में हरियाणा की राजधानी दिल्ली बताई गई है I
  •       बनावली से पक्की  ईटें प्राप्त हुई हैं I
  •       महाभारत में नकुल द्वारा जीते गए रोहतक, सिरसा आदि क्षेत्र जीते जाने का वर्णन है I
  •       पांडवों के पतनोप्रांत हरियाणा में गण राज्यों का उदय हुआ I महत्वपूर्ण  कुरू गणराज्य हरियाणा में अवस्थित था I
  •       मोर्यों की समाप्ति के बाद हरियाणा में  योधेय आए I हांसी, हिसार, सिरसा, सोनीपत, रोहतक, गुरुग्राम एवं करनाल में योधेयों के सिक्के प्राप्त हुए हैं I
  •       योधेयों के  विस्तृत राज्य की राजधानी प्रकृतनाक (नौरंगाबाद बायला) थी I
  •       पुष्यभूति वंश के सार्थक हर्ष द्वारा एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की गई, जिसकी राजधानी थानेश्वर  थी I
  •       तोमर शासक जयपाल के समय मोहम्मद गजनवी ने थानेसर पर आक्रमण किया तथा अजय पाल को पराजित किया I
  •       1151 ई॰ में चौहान शासक विग्रहराज चतुर्थ ने तोमरों को पराजित कर दिल्ली  हांसी पर अधिकार कर लिया I
  •       1192 ई॰ में गोरी ने तराइन की दूसरी लड़ाई में पृथ्वीराज चौहान एवं गोविंद राय की संयुक्त सेना को पराजित  किया I
  •       फिरोज़शाह तुगलक ने अपने पुत्र फतेह खान के नाम पर हिसार में फतेहाबाद नामक नगर की स्थापना की I
  •       दादू दयाल हरियाणा के पहले भक्ति संत थे I
  •       1543 ई॰  में वीरभान ने नारनौल में सतनामी पंथ की स्थापना की
  •       अकबर ने हरियाणा के कुछ भाग को दिल्ली सुबे के अधीन तथा कुछ भाग को आगरा के अंतर्गत कर दिया I
  •       औरंगजेब के समय नंदराम नामक एक अहीर ने (गड बोलनी गांव) रेवाड़ी में अहिर शासन की स्थापना की I
  •       पानीपत के तृतीय युद्ध के बाद राजा सूरजमल ने मेवात, झज्जर एवं रोहतक के काफी बड़े क्षेत्र पर कब्जा कर हरियाणा में जाट प्रभुत्व कायम किया I
  •       हरियाणा में 1857 की क्रांति का प्रारंभ 10 मई 1857 को अंबाला छावनी से हुआ I
  •       हांसी हिसार तथा सिरसा में क्रांति का नेतृत्व  (शहजादा मोहम्मद आजम) ने किया I
  •       19वीं सदी में झज्जर में (विशंभर दयाल शर्मा) ने भारत प्रताप नामक उर्दू समाचार पत्र का प्रकाशन प्रारंभ किया I
  •       1880 ईसवी में स्वामी दयानंद द्वारा रेवाड़ी में आर्य समाज की एक शाखा की स्थापना की गई I
  •       आर्य समाज की प्रतिक्रिया स्वरूप रूढ़िवादी ब्राह्मणों ने  1886 वी में सतनाम धर्म सभा का गठन किया I
  •       1887 ई॰  में लाला लाजपत राय द्वारा हिसार में कांग्रेस की नींव डाली गई I
  •       12 अक्टूबर 1886  को रोहतक में कांग्रेस की पहली सार्वजनिक सभा हुई, जिसकी अध्यक्षता तुर्राबाज  खान ने की I
  •       असहयोग के दौरान हरियाणा में पहली राजनीतिक सभा पानीपत में वर्ष 1920 मैं हुई  जिसका आयोजन लका उल्ला खान ने किया तथा अध्यक्षता लाला लाजपत राय ने की I  हरियाणा के 500 से अधिक लोगों ने व्यक्तिगत सत्याग्रह में भाग लिया  I
  •       असहयोग आंदोलन की समाप्ति पर वर्ष1923 में चौधरी छोटूराम तथा मियां फजल हुसैन ने यूनियनिस्ट पार्टी की स्थापना की I
  •       वर्ष 1946  मैं पंजाब मे कांग्रेस ने  यूनियनिस्ट पार्टी  के  सहयोग से सरकार बनाई I इस सरकार में हरियाणा के कांग्रेसी नेता (चौधरी लहरी सिंह) भी शामिल थे I


Historical facts of Haryana


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